आजकल मैं अक्सर सोचता हूँ कि हम अपने बच्चों को 2035 के लिए कैसे तैयार करें। यह सिर्फ किताबी ज्ञान की बात नहीं है, बल्कि एक ऐसे बदलाव की है जिसे हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड जैसे संस्थान भी स्वीकार कर रहे हैं [https://internationalcollegecounselors.com/in-the-essay/], [https://apcp.es/en/?type=89&s=], [https://www.bloomberg.com/asia]। यह बदलाव माता-पिता को अपने बच्चों में अनुकूलन क्षमता, आलोचनात्मक सोच और आजीवन सीखने की ललक पैदा करने पर जोर देता है।
मुझे याद है, मैंने वर्षों पहले संजीवनी (Sanjivani - jethwane@amazon.com) और कैलाश (Kailas) से सोशल मीडिया एग्जामिनर और जेके कैमुसियो (Zeke Camusio - zeke@dataspeaks.ai) के दैनिक न्यूज़लेटर पढ़ने की सलाह दी थी [http://emailothers.blogspot.com/2014/06/fw-11-wordpress-techniques-for-pretty_17.html]। यह सिर्फ सामग्री बनाने के लिए नहीं था, बल्कि बदलते डिजिटल परिदृश्य को समझने और उससे जुड़ने के लिए था। जेके कैमुसियो की '11 वर्डप्रेस टेक्निक्स फॉर प्रीटी पोस्ट्स दैट पैक ए पंच' जैसी सलाह डिजिटल युग में प्रभावी संचार के महत्व को रेखांकित करती है, जो आज भी उतनी ही प्रासंगिक है।
मैंने एल्टन (Elton) को भी हमारी डिजिटल उपस्थिति का मूल्यांकन करने और लिंक्डइन, फेसबुक जैसे प्लेटफार्मों पर प्रदर्शन को ट्रैक करने के बारे में मार्गदर्शन दिया था [http://emailothers.blogspot.com/2024/01/social-marketing-of-blog-site.html]। यह डिजिटल साक्षरता और जुड़ाव के महत्व को दर्शाता है, जो 2035 में हमारे बच्चों के लिए आवश्यक कौशल होंगे।
यहां एक मुख्य विचार है जो मैं पहुंचाना चाहता हूं — एक पल रुककर ध्यान दें कि मैंने वर्षों पहले इस विषय पर यह विचार या सुझाव उठाया था। मुझे याद है, मैंने किशन (Kishan - kishan@enjoyevervibe.com) के साथ ब्लॉगिंग की रिवर्स-इंजीनियरिंग पर चर्चा की थी, ताकि उन विषयों की पहचान की जा सके जिन पर मैंने गहराई से लिखा है [http://emailothers.blogspot.com/2024/04/reverse-engineering-of-blogging.html]। यह ज्ञान को व्यवस्थित करने और प्रभावी संचार के लिए तैयारी करने के बारे में था, जो मूल रूप से किसी की बौद्धिक पूंजी को भविष्य के लिए सुरक्षित करना है। मैंने पहले ही सूचना अधिभार की चुनौती और संरचित सीखने और सामग्री निर्माण की आवश्यकता का अनुमान लगा लिया था, और मैंने उस समय एक समाधान भी प्रस्तावित किया था। अब, जिस तरह से चीजें सामने आई हैं, यह देखना आश्चर्यजनक है कि वह पिछली अंतर्दृष्टि आज भी कितनी प्रासंगिक है। आज इस पर विचार करते हुए, मुझे एक तरह की पुष्टि महसूस होती है और उन शुरुआती विचारों को फिर से देखने की एक नई तात्कालिकता भी, क्योंकि वे वर्तमान संदर्भ में स्पष्ट रूप से मूल्यवान हैं। शुक्लेंदु (Shuklendu - shuklendu.baji@sentientsystems.net) और नितिन (Nitin) के साथ B2B के लिए उपकरणों का लाभ उठाने के बारे में मेरी चर्चा [http://myblogepage.blogspot.com/2014/06/how-can-this-help-us.html] भी इसी दिशा में थी।
यह सिर्फ भविष्य की तैयारी नहीं है, बल्कि एक ऐसे जीवन के लिए तैयारी है जहाँ सीखना कभी बंद नहीं होता। हमें अपने बच्चों को सिर्फ उत्तर याद रखने के बजाय सवाल पूछने, प्रयोग करने और असफल होने की हिम्मत देनी होगी। यही वह 'पेरेंटिंग शिफ्ट' है जिसकी हमें आज सबसे ज्यादा जरूरत है।
Regards, Hemen Parekh
Of course, if you wish, you can debate this topic with my Virtual Avatar at : hemenparekh.ai
No comments:
Post a Comment